आप जिस तरह के लोगों को सुनते हो वह उसी तरह प्रभावित करते हैं |
जब मैं डिप्रेशन ( 2016 ) में था या उससे पहले मैं उसी तरह की चीजें को देखना पसंद करता था, जो मुझे अनजाने में डिप्रेस्ड बनाती थी जैसे कि पोर्नोग्राफी |
लेकिन जब मैं डिप्रेशन से बाहर आया उससे पहले में आध्यात्मिकता पर किताबें पढ़ा करता था, जिसकी वजह से लगभग 6 महीने में मैं डिप्रेशन से बाहर आ गया |
इसलिए ऐसे लोगों को सुनो जो आपकी जिंदगी में सकारात्मक प्रभाव डालें, ना कि उनको जो आपको डिप्रेस्ड बनाएं |