Social anxiety in Hindi
मैं सन 2016 में डिप्रेशन और सोशल एंजाइटी से बहुत ज्यादा परेशान था |
अगर आप मेरे बारे में पहले से पढ़ चुके हैं तो शायद आपको मालूम होगा अगर नहीं जानते तो read this book : mai depression se bahar kaise aaya?
सोशल एंजायटी क्या होती है ?
मैं अपनी खुद की लाइफ से बताऊं तो मुझे लोगों के सामने जाने से डर लगता था , क्योंकि जब कोई भी इंसान मुझसे टच होता था तो मेरे अंदर से सेंसेशन पैदा होती थी |
यह एक नया अनुभव था मेरे लिए उस सेंसेशन की वजह से मुझे लोगों से डर लगने लगा इसलिए मैं लोगों से दूर ही रहता था |
लोगों के सामने जाने से डरना ही सोशल एंजाइटी कहलाता है |
मैंने सोशल एंजाइटी को कैसे खत्म किया ?
6 माह के एक लंबे समय के लिए मैं सोशल एंजाइटी की अवस्था में था , इसी दौरान में जाने अनजाने में आध्यात्मिक रास्ते पर चल रहा था |
वास्तव में वह सेंसेशन बुरी नहीं थी, लेकिन उस सेंसेशन के बारे में मेरे विचार गलत थे , लेकिन इस बात का अंदाजा मुझे तब हुआ , जब मैं डिप्रेशन से पूरी तरह बाहर आ गया था उस दौरान मैंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई छोड़ दी और अकेले में समय व्यतीत करने लगा |
जब मैं अकेले रहता तो मेरे मन में कुछ इस तरह के प्रश्न आते की : – मेरे साथ ही ऐसा क्यों हो रहा है ?
इन्हीं कुछ प्रश्नों का उत्तर खोजते हुए , मैं पुस्तकें पढ़ने लगा कुछ आध्यात्मिक पुस्तकों को पढ़ते-पढ़ते में मेरे आंतरिक विचारों को देख पा रहा था |
किस तरह मेरे विचारों में परिवर्तन हो रहा है , यहां पर मैं आपका ध्यान कॉज एंड इफेक्ट की तरफ आकर्षित करना चाहूंगा |
जब मैं अपना समय porn स्टोरीज को पढ़ने में व्यतीत करता था, तो मेरे विचारों में दिन भर उसी तरह के ख्याल आते थे , लेकिन आज जब मैं आध्यात्मिक पुस्तकें पड़ता हु , तो मेरे अंदर आध्यात्मिक विचार आते हैं |
यह सब मेरे अंदर cause-and-effect की वजह से हो रहा था |
एक बेहतर परिवर्तन आपको बेहतर नियति दे सकता है|
DEEPAK YADAV
सोशल एंजायटी को कैसे ठीक करें ?
सोशल एंजायटी को खत्म करने के लिए आपको आपके माइंड पर काम करना पड़ेगा यह सिर्फ आप और सिर्फ आप ही कर सकते हैं और कोई नहीं
All the best