विचार ही है जिसके आने से आपको लगता है कि आप ठीक हो या आप डिप्रेस्ड हो |
vichoro ko kaise badle ?
विचार ही है जिसके होने से हम जिंदा महसूस करते हैं , विचारों के प्रभाव से आज हम इस अवस्था में हैं और विचार ही है जिसकी वजह से सफल लोग सफल हैं और डिप्रेस्ड लोग डिप्रेस्ड हैं |
वास्तव में सफल लोग, असफल लोगों की तुलना में कुछ अलग करते हैं, जिससे उनके विचारों में बहुत ज्यादा अंतर होता हैं, उनका चीजों को देखने का नजरिया बहुत अलग होता है |
हमें डिप्रेशन से बाहर आने के लिए हमारे विचारों को बदलना पड़ेगा , हां यह शत प्रतिशत सत्य है, अगर हम हमारे अंदर आने वाले विचारों को बदल ले तो हम आसानी से डिप्रेशन से बाहर आ सकते हैं |
साथ ही हम उन लोगों में शामिल हो सकते हैं जो सफल है, सुखी है और समृद्ध है क्योंकि विचार ही वस्तु है |
आपको उन लोगों से सीखना होगा जो सुखी हैं, वह लोग ऐसा अपने दैनिक जीवन शैली में क्या करते हैं? जो हम नहीं करते , ऐसे कौनसे कर्म है , जो हमें उनसे अलग करते हैं, हमें उनके सारे कर्मों को कॉपी करना होगा , जो उन्हें इतना सफल और सुखी बनाता है |
आपको अपने विचारों को बदलने के लिए उनके कर्मों को observe करना होगा और देखना होगा कि एक सफल और असफल लोगों के कर्मों में क्या अंतर होता है ?
जिससे सफल लोग सफल होते हैं और असफल असफल होते हैं |
एक सफल और असफल लोगों की तुलना 3 पैमाने पर कर सकते हैं –
- वह कितना सुखी है ?
- वह कितना स्वस्थ है ?
- वह कितना समृद्ध है ?
इनके आधार पर आप उनकी सफलता का पैमाना तैयार कर सकते हैं |