असफलता एक भ्रम है |
वास्तव में कोई भी व्यक्ति असफल नहीं होता है, असफलता व्यक्ति का भ्रम होता है |
संसार में हम सभी लोग समान अंगों के साथ आए हैं और भगवान ने हम सबको धरती पर समान समय दिया है (कुछ अपवाद को छोड़कर)
गलती हमारी भी नहीं है, जाने-अनजाने में कुछ लोग गलत रास्ता पकड़ लेते हैं, तो कुछ लोग सही रास्ता पकड़ लेते हैं |
जिसने सही रास्ता पकड़ लिया वह थोड़ा जल्दी सफल हो जाता है, लेकिन असफल व्यक्ति की राह थोड़ी बढ़ जाती है, क्योंकि उसे बाद में समझ आता है कि मैं गलत राह पर हूं |
देर से ही सही लेकिन मंजिल तक वह भी पहुंच जाता है, वास्तव में गलती असफल लोगों की नहीं होती है बल्कि उनकी मानसिकता की होती है, जिसकी वजह से अनजाने में वह गलत राह चुन लेते हैं, जिससे मंजिल तक आने में थोड़ा समय अधिक लगता है, लेकिन उनको उपहार में एक अनुभव मिलता है जो कि सफल लोगों को नहीं मिलता है |
सफल लोगों के पास, सफलता का एहसास होता है, जबकि असफल लोगों के पास एक मौका होता है, वह भी सफल हो सकते हैं, बस उनको देखना होगा कि ऐसी राह कौन सी है, जो सफलता की ओर जाती है |
इस अध्याय से हम यह सीख सकते हैं कि असफलता,सफलता की राह है , इसलिए सही राह पर चलकर हम डिप्रेशन से बाहर आ सकते हैं |